7.7 भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए संसद में अच्छे लोग भेजना जरूरी है!
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हमारे देश का विकास रुका है वो बढ़ते भ्रष्टाचार के कारण रुका है। देश का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां भ्रष्टाचार नहीं है। सरकार भ्रष्टाचार रोकने के लिए कोई काम नहीं कर रही है। भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगे इसके लिए जनता ने बार-बार आंदोलन किया। 16 अगस्त में देश के आजादी के बाद पहली बार करोड़ों लोग रास्ते पर उतर आए और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जनलोकपाल कानून की मांग कर रहे थे। लेकिन सत्ता और पैसे के नशे में सरकार चलाने वाले लोगों को उन करोड़ो लोगों की आवाज़ सुनाई नहीं दे रही थी। सरकार बेहरी बनी थी। क्या भ्रष्टाचार को मिटाना सरकार का कर्तव्य नहीं है?
जनता ने अपने सेवक के नाते उनको लोकसभा में भेजा है। इसी लिए भेजा है कि हम 26 जनवरी 1950 में इस देश के मालिक बने है। सरकारी तिजोरी में जो टैक्स का पैसा जमा होता है। वो हमारा है। उसका समाज और देश के विकास का सही नियोजन करो और हमारा पैसा सही काम के लिए खर्च करो। जब जनता देश की मालिक जनप्रतिनिधि जनता के सेवक है। तो जनता का पैसा कहां खर्च हो रहा है। उससे किस कार्य का निर्माण हो रहा है। यह बात जनता को बताना जरूरी है। लेकिन प्रजातंत्र होते हुए 60 साल से इन लोगों ने जनता को कोई हिसाब नहीं दिया। इस कारण जनता की तिजोरी का पैसा चोरी होना शुरू हो गया। मालिक के नाते जनता का कर्तव्य था कि मेरा पैसा कहां खर्च हो रहा है। मुझे हिसाब तो दे दो। मालिक ने अपने सेवक को तो भेज दिया। पर मालिक ही सो गया। इस कारण तिजोरी की चोरी बढ़ गई।
हमारा देश कानून के आधार पर चला हुआ देश है। न्याय व्यवस्था देश की सर्वोच्च व्यवस्था है। देश और समाज की भलाई के लिए अच्छे-अच्छे कानून बनाना यह भी उनका कर्तव्य था। लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार रोकने वाले कोई भी कानून नहीं बनाए। इस कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ता गया। भ्रष्टाचार रोकने वाले सख़्त कानून बनवाने के लिए जनता रूपी मालिक ने इन सेवकों को भेजा था और करोड़ो लोग रास्ते पर आकर कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए जनलोकपाल कानून जैसे सख्त कानून बनाओ और सेवक ही मालिक से गद्दार होकर कह रहे है कि कानून नहीं बनवाएंगे? यह तो संविधान का अवमान है। डा. बाबा साहेब अम्बेडकर जी के बनाए संविधन में स्पष्ट कहा है कि हम भारत के लोग संविधान के मुताबिक जनता और देश की भलाई के लिए संविधान का पालन करेंगे। उसी संविधान के आधार पर जनता लोकसभा के सभी सांसदों को भ्रष्टाचार को मिटाने की अपील कर रही है। और सांसद कह रहे हैं कि नहीं करेंगे?
संविधान कह रहा है देश की सामाजिक, आर्थिक विषमता को दूर करना है। जाति -पाति, धर्म-वंश इनका भेद न रहते हुए धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र का निर्माण हो। क्या सांसदों ने उस बात को पूरा किया है? उलटा चुनाव के दौरान जाति-पाति का ज़हर फैलाकर चुनाव में जीतने की कोशिश कई सांसदों से होती है। संसद लोकशाही का पवित्र मंदिर है और पवित्र मंदिर में आपराधिक लोग गए तो क्या यह मंदिर पवित्र रहेगा? भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण करना है तो संसद में चरित्रशील, शुद्ध आचार, शुद्ध विचार, निष्कलंक जीवन, त्याग, राष्ट्र प्रेम, सेवा भाव, सामाजिक राष्ट्रीय दृष्टिकोण हो ऐसे लोग गए बिना भ्रष्टाचार मुक्ति भारत का निर्माण नहीं होगा। कई लोग कहते है ऐसे लोग कहां हैं? देश में ऐसे लोग हैं उनको खोजना होगा। 120 करोड़ जनता में 1000 चरित्रशील लोग नहीं मिलेंगे? ऐसा नहीं हो सकता। कारण, इस देश की परंपरा चरित्र और त्याग पर आधारित परमपरा है। ऐसे लोग खोजने से जरूर मिलेंगे। मैंने 40 साल पहले यह ज़ाहिर किया था कि मैं पक्ष और पार्टी नहीं बनाऊंगा। किसी भी राजनिति में नहीं जाऊंगा। यह उम्र के 40 साल पहले निर्णय लिया। न पक्ष निकालूंगा, न चुनाव लडूंगा, न पार्टी निकालूंगा केवल विकल्प देने का प्रयास करूंगा। साथ-साथ यह भी निर्णय लिया था कि मैं भगवत गीता का कर्मयोग का पालन करूंगा। मैं जो भी कर्म करूंगा। वह किसी फल की अपेक्षा न करते हुए निष्काम भाव से करूंगा। “यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।” गीता के इस संदेश का पालन करते हुए कार्य करता रहूंगा। कभी चुनाव नहीं लडूंगा यह भी निर्णय लिया। लेकिन समाज को देश की भलाई के लिए निष्काम भाव से कर्म करते हुए समाज को विकल्प देते रहूंगा।
मैंने गांव को आदर्श बनाने के लिए कभी ग्राम पंचायत का चुनाव नहीं लड़ा। समाज के लिए विकल्प दिया चुनाव लड़ना। मेरे लिए यह असंभव नहीं था लेकिन मैंने व्रत लिया। इस देश की जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त हो गई है। मैं 20 साल से भ्रष्टाचार कम करने का प्रयास कर रहा हूं। लेकिन सरकार चलाने वाले लोग अपने स्वार्थ के लिए बेहरे बनने के कारण यह आवाज़ नहीं सुन रहे है।
कई सालों से लोग मुझे कह रहे थे कि भ्रष्टाचार को रोकना है तो सरकार की तरफ़ से अपेक्षा रखकर नहीं होगा। जब संसद में सेवाभावी लोग नहीं जाएंगे। तब तक भ्रष्टाचार को नहीं रोका जा सकेगा।
भवदीय,
कि. बा. उपनाम अण्णा हज़ारे
Glossary
भ्रष्टाचार | n.m. | corruption |
मुक्त | adj. | free |
संसद | n.m. | parliament |
रुकना | v.i. | to stop |
बढ़ना | v.i. | to grow |
कारण | n.m. | reason |
क्षेत्र | n.m. | area, region |
सरकार | n.f. | government |
रोकथाम | n.f. | prevention |
जनता | n.f. | public, people |
आंदोलन | n.m. | movement, campaign |
आज़ादी | n.f. | independence |
रोकना | v.t. | to stop |
जन लोकपाल | n.m. | Jan Lokpal, an anti-corruption bill brought by social activists in India |
क़ानून | n.m. | law |
माँगना | v.t. | to ask |
सत्ता | n.m. | power |
नशा | n.m. | intoxication |
बहरा | adj. | deaf |
मिटाना | v.t. | to erase |
कर्त्तव्य | n.m. | obligation, duty |
सेवक | n.m. | servant |
लोकसभा | n.f. | Lok Sabha; House of the People; Lower House of India’s Parliament |
तिजोरी | n.f. | safe |
जमा होना | v.i. | to assemble |
नियोजन | n.m. | organizing, planning, employing |
नियोजन करना | v.t. | to organize, to plan |
खर्च करना | v.t. | to spend |
जनप्रतिनिधि | n.m. | people’s representative |
निर्माण | n.m. | construction, building (as in nation building) |
प्रजातंत्र | n.m. | democracy |
हिसाब देना | v.t. | to account for |
चोरी | n.f. | theft |
न्याय | n.m. | justice |
न्यायव्यवस्था | n.f. | judicial system |
सर्वोच्च | adj. | supreme, highest of all, top most |
भलाई | n.f. | goodness |
बनवाना | v.t. | to have something made |
रूपी | suffix | having the form of, in the likeness of |
गद्दार | n.m. | traitor |
संविधान | n.m. | constitution |
अवमान | n.f. | contempt, humiliation; disrespect |
x केमुताबिक | p.p. | according to x |
पालनकरना | v.t. | to abide by |
सांसद | adj./n.m. | parliamentary/lawmaker |
अपील | n.f. | appeal |
सामाजिक | adj. | social |
आर्थिक | adj. | economic |
विषमता | n.f. | inequality |
जाति -पाति | n.f. | caste |
धर्म-वंश | n.m. | religion |
धर्मनिरपेक्ष | adj. | secular |
उलटा | adv./adj. | on the contrary, wrongly, unjustly/ upside down, reversed |
ज़हर | n.m. | poison |
फैलाना | v.t. | to spread |
लोकशाही | n.f. | democracy |
पवित्र | adj | holy, sacred |
अपराधिक | n.m. | criminal |
चरित्रशील | adj. | of good character |
शुद्धआचार | n.m. | pure conduct |
शुद्धविचार | n.m. | pure thoughts |
निष्कलंक | adj. | spotless, immaculate, stainless |
निष्कलंक जीवन | n.m. | clean spotless life |
त्याग | n.m. | sacrifice |
दृष्टिकोण | n.m. | point of view |
परंपरा | n.f. | tradition |
प्रयास | n.m. | effort |
कर्मयोग | n.m. | karma yoga is one of the four yogas |
निष्काम | adj. | selfless |
विकल्प | n.m. | alternative option |
भाव | n.m. | emotion |
सन्देश | n.m. | message |
आदर्श | n.m. | ideal |
त्रस्त | adj. | frightened, terrified |
स्वार्थ | n.m. | selfishness |
अपेक्षा | n.f. | expectation |
सेवाभावी | adj. | service-minded |
“यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
“यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।” |
Sanskrit verse (“shlok”) from “Bhagavad Gita”. (Chapter 4, verse 7) | “O Bharat, whenever there is a decline of righteousness, and an increase in unrighteousness; at that time, I will manifest myself.” |
Key phrases
X के नाते | as x, by virtue of being x | विद्यार्थी होने के नाते हमें पढ़ाई में ध्यान देना चाहिये।
As students, we should pay attention to our studies. |
X के आधारपर | on the basis of X
|
अभियुक्त को सबूत के आधार पर दोषी ठहराया गया ।
The accused was convicted on the basis of the evidence. |
X के मुताबिक | according to X
|
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक आज रात को बारिश होगी।
According to the weather report, it will rain tonight. |
X से Y की अपेक्षा रखना / करना | to expect x | हम जब किसी की मदद करते हैं तो उसके बदले उनसे किसी चीज़ की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए।
When we help someone, then we should not expect anything in return from them. |
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(7.1.) Short answer based on the text.[1]
१.भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए क्या करना ज़रूरी है ?
२. १६ अगस्त को लोगों ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए क्या किया था?
३. अन्ना हज़ारे जी ने टैक्स के पैसे कैसे खर्च करने की सलाह दी है ?
४. भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लोगों ने कौनसा कानून बनाने के लिए कहा था?
५. भारत की परंपरा किन चीज़ों पर आधारित है?
६. अन्ना हज़ारे जी कितने सालों से भ्रष्टाचार कम करने का प्रयास कर रहे हैं?
(7.3.) Choose the correct answers and fill them in the blanks.
(7.2.) Match the nouns in the left column with the verbs in the right column.
E.g. to start a movement – आंदोलन करना
X के नाते | as x, by virtue of being x | विद्यार्थी होने के नाते हमें पढ़ाई में ध्यान देना चाहिये। As students, we should pay attention to our studies. |
X के आधार पर | on the basis of X | अभियुक्त को सबूत के आधार पर दोषी ठहराया गया । The accused was convicted on the basis of the evidence. |
X के मुताबिक | according to X | मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक आज रात को बारिश होगी। According to the weather report, it will rain tonight. |
X se Y की अपेक्षा रखना / करना | to expect x | हम जब किसी की मदद करते हैं तो उसके बदले उनसे किसी चीज़ की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए। When we help someone, then we should not expect anything in return from them. |
to abide | पालन | रखना |
to make it clear | ज़ाहिर | देना |
to give an option | विकल्प | रोकना |
to pledge to fast | व्रत | लड़ना |
to expect | अपेक्षा | करना |
to stop corruption | भ्रष्टाचार | देना |
to fight an election | चुनाव | करना |
to render accounts | हिसाब | लेना |
(7.3.) Choose the correct answers and fill them in the blanks.
१. भ्रष्टाचार की रोकथाम लगाने के लिए जनता ने बार बार ………………………. ।
(टैक्स दिया; आंदोलन किया; मतदान किया; कानून बनाया)
२. देश की सर्वोच्च व्यवस्था ………………………… है ।
(भ्रष्टाचार; प्रजातंत्र; न्याय व्यवस्था; चुनाव)
३. देश में भ्रष्टाचार बढ़ने का कारण ………… है।
(कानून का नो होना; जनता; सामाजिक)
४. डा. बाबा साहेब अम्बेडकर ने ………………… बनाया था ।
(जनलोकपाल कानून; संविधान; संसद)
५. संविधान कहता है देश की सामाजिक और …….. को दूर करना।
(सांसद; आर्थिक विषमता; दृष्टिकोण; आपराधिक लोग)
६. …….. लोकशाही का पवित्र मंदिर है।
(समाज; संसद; भ्रष्टाचार; संविधान)
(7.4.) The following words are derivations of some words introduced in the text. Please locate the words and make a sentence using each of those words.[2]
Example: चोर (n.m., thief) — चोरी, उसके क़ीमती लैपटॉप की चोरी हो गयी ।
- मुक्ति (n.f., salvation, liberation, freedom)
- कलंक (n.m., blemish, stigma, disgrace)
- आदर्शलोक (n.m., Utopia)
- अपराध (n.m., crime, offense)
- पारंपरिक (adj., traditional)
- स्वार्थहीन (adj., selfless, unselfish)
(7.5.) Group activity
Do some research and give two examples of corruption cases in India and present them to your group.
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