2.8 Hindi song
फ़िल्म: कल हो न हो (2003) संगीतकार: शंकर एहसान लॉय गीतकार: जावेद अख्तर पार्श्वगायक: सोनू निगम |
|
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न होचाहे जो तुम्हें पूरे दिल से मिलता है वो मुश्किल से, ऐसा जो कोई कहीं है बस वो ही सबसे हसीं है उस हाथ को तुम थाम लो वो मेहरबाँ कल हो न हो हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो पलकों के लेके साये |
Life is changing at every passing moment, Sometimes it is the shade, sometimes it is the sun Live every moment to the fullest, For the moment may not be there tomorrowIt is difficult to find someone who loves you whole-heartedly, If there is someone like that somewhere, then that is the most beautiful person, Hold on to that hand for that gracious one may not be there forever. When someone comes to you, bringing the cool shadow of their eyelids, |
Glossary
घड़ी | n.f. | moment; watch |
छाँव | n.f. | shade, shadow |
धूप | n.f. | sunlight |
पल | n.m. | moment |
समाँ | n.m. | time; season; period |
हसीं | adj. | beautiful |
थामना | v.t. | to hold |
मेहरबाँ | adj. | kind, compassionate |
पलक | n.f. | eyelid |
साया | n.m. | shadow; shade |
धड़कना | v.i. | to beat (as in heart) |
संभालना | v.t. | to take care of |
दास्ताँ | n.f. | story |
Key phrases
जी भर | to heart’s content | जी भरकर खाओ। Eat to your heart’s content. |