11.3 History of the Indian education system
TEXT #3: This text is about the Indian education system. It analyzes the historical and current situation of the Indian education system, and is supplemented with suggestions on how to update and improve it. Please read it thoroughly and answer the questions:
भारत में शिक्षा व्यवस्था
हम पिछले कई वर्षों से अपनी युवा आबादी और प्रतिभा पर इतरा रहे हैं, लेकिन क्या कभी संसद-सरकार से लेकर हमारे शिक्षा और शोध संस्थानों में इस बात पर गंभीरता से सोचने और उस पर अमल करने की जरूरत महसूस की जाती है कि आखिर हमारे शिक्षा संस्थान दुनिया के शीर्ष संस्थानों में क्यों शामिल नहीं हैं? बिहार और उत्तर प्रदेश के स्कूलों में बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान जमकर होने वाली नकल की तस्वीरें पिछले दिनों दुनियाभर में देखी गईं। इसकी तारीफ की जाए या शर्मिंदा हुआ जाए? इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? क्या सिर्फ विद्यार्थियों को दोषी करार दिया जा सकता है? बिल्कुल नहीं। इस स्थिति के लिए तो सबसे ज्यादा सरंक्षक और अध्यापक ही जिम्मेदार हैं, जो अपने ही बच्चों-विद्यार्थियों को नाकारा बनाने पर आमादा हैं। जब इन बच्चों के और बड़े होने पर नौकरी नहीं मिलती, तो हम सरकार, व्यवस्था और भ्रष्टाचार को कोसते हैं। तब हम यह बिल्कुल नहीं सोचते कि हमने अपने बच्चों को कितना काबिल बनाया है? यह किसी विडंबना से कम नहीं कि इतनी विशाल युवा आबादी वाला देश होने के बावजूद हमारी इंडस्ट्री हुनरमंद लोग न मिलने की चिंता पिछले कई वर्षों से जताती आ रही है। उधर, हम हैं जो बेरोजगारी का रोना रोते रहते हैं। आखिर यह विरोधाभास क्यों? क्या इस बेरोजगारी के लिए हम खुद जिम्मेदार नहीं? आखिर क्यों नहीं हम अपने बच्चों को बचपन से ही ईमानदारी व मेहनत से पढ़ाई करने और हुनरमंद होने के लिए बढ़ावा देते हैं। वे काबिल बनेंगे, तभी तो आत्मनिर्भर होकर अपनी पहचान बना सकेंगे। दुनिया के शीर्ष शिक्षा संस्थानों में भारत के किसी संस्थान का नाम न होने की रिपोर्ट आए दिन हम सभी को शर्मसार करती है, पर हम हैं कि बदलना और बढऩा ही नहीं चाहते। आज से डेढ़-दो हजार साल पहले के तक्षशिला, नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों में सिर्फ देश ही नहीं, दुनियाभर से विद्यार्थी पढऩे के लिए आते थे। इन संस्थानों को आज भी हम भुला नहीं पाते, लेकिन क्या कारण है कि आज तमाम संसाधनों के बावजूद उस गुणवत्ता के शिक्षा संस्थान हमारे यहां नहीं हैं। चंद संस्थानों को छोड़ भी दें तो और कितने कॉलेज-विश्वविद्यालय हमारे यहां हैं, जो कैंब्रिज, ऑक्सफोर्ड, या एमआइटी के बराबर खड़े हो सकें। ऐसे विश्वस्तरीय संस्थान न होने के कारण ही हमारे तमाम संरक्षक अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाने का सपना देखते हैं। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल की हाल की रिपोर्ट की मानें, तो भारतीय विद्यार्थी विदेश से पढऩे पर हर साल 6 से 7 अरब डॉलर खर्च कर रहे हैं। भारत जैसे विकासशील देश के लिए यह रकम बहुत ज्यादा है। अगर देश के शिक्षा संस्थानों को विश्वस्तरीय बनाने का पुरजोर प्रयास किया जाए, तो विपरीत धारा भी बह सकती है। इससे हमारे बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा तो मिलेगी ही, इंडस्ट्री को भी मनमुताबिक कुशल लोग मिल सकेंगे। तक्षशिला-नालंदा की तरह तब फिर दूसरे देशों के विद्यार्थी भारत का रुख कर सकेंगे, क्या हमारे नीति-निर्माता इस दिशा में कारगर कदम उठाएंगे?
[Source: http://www.jagran.com/josh/shiksha-takshashila-and-nalanda-will-identify-again-12221635.html]
Glossary
पिछला | adj. | last |
कई | adj. | several |
वर्ष | n.m. | year |
युवा | adj. | young |
आबादी | n.f. | population |
प्रतिभा | n.f. | talent |
इतराना | v.t. | to exult/to take pride in |
संसद | n.f. | parliament |
सरकार | n.f. | government |
शिक्षा | n.f. | education |
शोध | n.m. | research |
संस्थान | n.m. | institution |
बात | n.f. | matter |
गंभीरता | n.f. | seriousness |
सोचना | v.t. | to think |
अमल करना | v.t. | to execute |
जरूरत | n.f. | need |
महसूस करना | v.t. | to feel |
आखिर | adv. | finally |
दुनिया | n.f. | world |
शीर्ष | adj. | top |
शामिल | adj. | included |
बोर्ड | n.m. | board |
परीक्षा | n.f. | examination |
दौरान | pp. | during |
जमकर | adv. | fiercely |
होने वाला | v.i. | to be |
नकल | n.f. | cheating, copying |
तस्वीर | n.f. | picture |
दुनियाभर | adj. | across the world |
तारीफ | n.f. | praise, admiration |
शर्मिंदा | adj. | ashamed |
जिम्मेदार | adj. | responsible |
सिर्फ़ | adj. | only |
विद्यार्थी | n.m. | student |
दोषी | adj. | guilty |
करार देना | v.t. | to declare |
बिल्कुल | adv. | absolutely |
स्थिति | n.f. | situation |
सबसे ज़्यादा | adj. | the most |
संरक्षक | n.m. | guardian |
अध्यापक | n.m. | teacher |
नाकारा बनाना | v.t. | to make [it] ineffective |
आमादा | adj. | adamant |
नौकरी | n.f. | job |
व्यवस्था | n.f. | system |
भ्रष्टाचार | n.m. | corruption |
कोसना | v.t. | to damn |
काबिल | adj. | able |
विडंबना | n.f. | irony |
कम | adj. | less |
विशाल | adj. | huge, big |
बावजूद | adj. | despite |
इंडस्ट्री | n.f. | industry |
हुनरमंद | adj. | skilled |
लोग | n.m. | people |
चिंता | n.f. | worry |
जताना | v.t. | to evince, to inform/reveal |
उधर | adv. | over there |
बेरोजगारी | n.f. | unemployment |
रोना | v.i. | to cry |
विरोधाभास | n.m. | contrast |
बचपन | n.m. | childhood |
ईमानदारी | n.f. | honesty |
व | conj. | and |
मेहनत | n.f. | hard work |
पढ़ाई | n.f. | study |
बढ़ावा | n.m. | encouragement |
बढ़ावा देना | v.t. | to encourage |
काबिल बनना | v.i. | to become able |
तभी तो | conj. | that’s why |
आत्मनिर्भर | adj. | self-reliant, independent |
पहचान | n.f. | identity |
रिपोर्ट | n.f. | report |
आए दिन | adj. | often, every now and then |
शर्मसार | adj. | shameful |
बदलना | v.t. | to change |
बढ़ना | v.i. | to progress |
डेढ़ | adj. | one and a half |
हज़ार | adj. | thousand |
साल | n.m. | year |
विश्वविद्यालय | n.m. | university |
भुलाना | v.t. | to forget |
पाना | mod.v. | to manage, to be able to |
कारण | n.m. | reason |
तमाम | adj. | all |
संसाधन | n.m. | resource |
गुणवत्ता | n.f. | quality |
चंद | adj. | few |
छोड़ना | v.t. | to leave |
कॉलेज | n.m. | college |
या | conj. | or |
बराबर | adj. | equal |
खड़े होना | v.i. | to stand |
ऐसे | adv. | so |
विश्वस्तरीय | adj. | world class |
विदेश | n.m. | foreign country |
पढ़ाना | v.t. | to teach |
सपना | n.m. | dream |
भारतीय | adj. | Indian |
वाणिज्य | n.f. | commerce |
एवं | conj. | and |
उद्योग | n.f. | industry |
मंडल | n.m. | group |
हाल | adj. | recent |
मानना | v.t. | to believe |
हर | pron. | every |
अरब | adj. | billion |
डॉलर | n.m. | dollar |
खर्च करना | v.t. | to spend |
विकासशील | adj. | developing |
देश | n.m. | country |
रकम | n.f. | amount |
अगर | conj. | if |
पुरजोर | adj. | complete |
प्रयास | n.m. | effort |
तो | adv. | then |
विपरीत | adj. | opposite |
धारा | n.f. | stream, current |
बहना | v.i. | to flow |
मनमुताबिक | adj. | desired |
कुशल | adj. | skilled |
लोग | n.m. | people |
मिल सकना | v.t. | to be able to meet |
तरह | n.f. | mannerism |
तब | adv. | then |
फिर | adv. | then |
दूसरा | adj. | other |
रुख | n.m. | attitude |
नीति | n.f. | policy |
निर्माता | adj. | maker |
दिशा | n.f. | direction |
कारगर | adj. | effective |
कदम | n.m. | step |
उठाना | v.t. | to take, to raise |
Key phrases
X सेलेकर | starting from X | सरकार से लेकर आम आदमी तक को भारत की शिक्षा व्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए।
From the government to the common man, everyone should think about the education system of India. |
X परअमलकरना | to execute X | हमको हिन्दी भाषा में किताब लिखने की योजना पर अमल करना चाहिए।
We must execute the plan to write a book on the Hindi language. |
X केदौरान | during X | मतदान के दौरान जिले में कई स्थानों पर छिटपुट विवाद हुआ।
During the voting period, there were disputes at many places in the district. |
X केलिए | for X | बेरोजगारी के लिए हम खुद जिम्मेदार हैं.
We ourselves are responsible for unemployment. |
X के बावजूद | despite X | युवा आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत में हुनरमंद लोगों की कमी है।
Despite the country’s young population, there is a lack of skilled people in India. |
X कारोनारोतेरहना | to keep lamenting about X | हम भारत में बेरोजगारी का रोना रोते रहते हैं।
We keep lamenting about unemployment in India. |
हुनरमंदहोनेकेलिए | for being/in order to be skilled | हुनरमंद होने के लिए, हरेक व्यक्ति को शिक्षण और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
In order to be skilled, everyone needs education and training. |
X कोभुलानहींपाना | to be unable to forget X | आज तक मैं अपने पहले प्यार को भुला नहीं पाया हूँ।
Still, I have not been able to forget my first love. |
X कासपनादेखना | to dream about X | हमारे देश के तमाम संरक्षक अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाने का सपना देखते हैं।
All the guardians of our country dream of sending their children abroad for studying. |
विपरीतधाराबहना | to go/flow in the opposite direction | अब तक हमारे देश के विद्यार्थी विदेशों में पढ़ने जाते हैं लेकिन अगर भारत के शिक्षा संस्थान अच्छे हों, तो दूसरे देशों के विद्यार्थी हमारे देश में पढ़ने आएंगे यानि विपरीत धारा भी बह सकती है।
So far, our nation’s students go abroad to study, but if there are good educational institutes in India, students from other countries will come to study in our country, meaning even this stream can flow in the opposite direction. |
X कारुखकरना | to head toward X | अगर भारत में शिक्षा अच्छी हो तो दूसरे देशों के विद्यार्थी भारत का रुख कर सकते हैं।
If there was good education in India, students from other countries could head for India. |
कारगर क़दम उठाना | to take effective steps | भारत में बेरोज़गारी हटाने के लिए कारगर क़दम उठाये जाने चाहियें।
Effective steps should be taken to remove unemployment in India. |
Exercises
Question 3.1: Read the following sentences carefully. Based on the text, decide whether these sentences are true or false.
- नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों में दुनियाभर से विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते थे।
- भारत में तमाम संरक्षक अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाने का सपना देखते हैं।
- बिहार और उत्तर प्रदेश के स्कूलों में नकल की तस्वीरें पिछले दिनों दुनियाभर में देखी गईं।
- भारत के शिक्षा संस्थान दुनिया के शीर्ष संस्थानों में शामिल हैं।
- भारत में हुनरमंद लोगों की कमी नहीं है।
Question 3.2: Choose the correct answer of the following questions based on the text given above.
- कहाँ के स्कूलों में बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान जमकर होने वाली नकल की तस्वीरें पिछले दिनों दुनियाभर में देखी गईं?
- हरियाणा और उत्तरप्रदेश
- राजस्थान और मध्यप्रदेश
- बिहार और राजस्थान
- बिहार और उत्तरप्रदेश
- भारतीय विद्यार्थी विदेश से पढऩे पर हर साल कितने डॉलर खर्च कर रहे हैं?
- २ से ३ अरब
- ३ से ४ अरब
- ४ से ५ अरब
- ६ से ७ अरब
- आज से डेढ़-दो हज़ार साल पहले के नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों के अलावा किस विश्वविद्यालय में सिर्फ देश ही नहीं, दुनियाभर से विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते थे?
- कैंब्रिज
- तक्षशिला,
- दिल्ली
- बोधगया
- भारत में शिक्षा की वर्तमान स्थिति के लिए सबसे ज़्यादा कौन जिम्मेदार हैं?
- अध्यापक
- माता-पिता
- सरंक्षक
- सरंक्षक और अध्यापक
Question 3.3: Answer the following questions based on the text given above:
- भारत के शिक्षा संस्थान दुनिया के टॉप संस्थानों में क्यों शुमार नहीं हैं?
- भारत के विद्यालयों में छात्र नक़ल क्यों करते हैं?
- विद्यालयों में नक़ल के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है?
- नक़ल के लिए क्या सिर्फ छात्रों को ही दोषी करार दिया जा सकता है?
- युवा आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत में हुनरमंद लोगों की कमी क्यों है?
- भारत में बेरोजगारी के लिए कौन जिम्मेदार है?